दुनिया की टॉप 10 हिंदी कॉमेडी फिल्में | Top 10 Comedy Movies in Hindi

भारतीय सिनेमा में Comedy Movies का एक महत्वपूर्ण स्थान है। ये फिल्में हमारे जीवन के तनाव को कम करती हैं, हँसी और मनोरंजन का एक नया आयाम प्रदान करती हैं। चाहे वह क्लासिक कॉमेडी हो या आधुनिक हास्य, हिंदी फिल्मों ने इस क्षेत्र में अनगिनत रत्न दिए हैं। यहाँ हम आपको दुनिया की टॉप 10 हिंदी कॉमेडी फिल्मों की सूची दे रहे हैं, जो अपनी खास कहानियों, यादगार किरदारों और शानदार हास्य के लिए जानी जाती हैं।

Comedy Movies



1. गोलमाल (1979)

हृषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित "गोलमाल" एक क्लासिक कॉमेडी फिल्म है जो आज भी दर्शकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। फिल्म की कहानी रामप्रसाद शर्मा (अमोल पालेकर) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो नौकरी पाने के लिए झूठ का सहारा लेता है। उसके बॉस, भवानी शंकर (उत्पल दत्त), को सच्चाई का बहुत महत्व है और वह दाढ़ी रखने वालों को पसंद नहीं करता। रामप्रसाद अपने झूठ को छिपाने के लिए खुद का एक डबल रोल बनाता है और यहीं से शुरू होती है हास्यप्रद घटनाओं की एक कड़ी। उत्पल दत्त का कॉमिक टाइमिंग और अमोल पालेकर की मासूमियत इस फिल्म को विशेष बनाती है।

2. अंदाज़ अपना अपना (1994)

राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित "अंदाज़ अपना अपना" एक कल्ट क्लासिक है जो आज भी युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय है। आमिर खान और सलमान खान की इस फिल्म में अमर और प्रेम नाम के दो बेरोजगार युवकों की कहानी है, जो अमीर लड़की रवीना (रवीना टंडन) से शादी करके अमीर बनने का सपना देखते हैं। फिल्म में परेश रावल, शक्ति कपूर (क्राइम मास्टर गोगो) जैसे किरदारों ने अपनी अदाकारी से इस फिल्म को यादगार बना दिया है। फिल्म की संवाद अदायगी और कॉमिक सीक्वेंस आज भी लोगों के दिलों में बसे हुए हैं।

3. हेरा फेरी (2000)

प्रियदर्शन द्वारा निर्देशित "हेरा फेरी" भारतीय सिनेमा की एक और यादगार कॉमेडी फिल्म है। इसमें बाबूराव गणपतराव आप्टे (परेश रावल), श्याम (सुनील शेट्टी), और राजू (अक्षय कुमार) के किरदार हैं, जो पैसे कमाने के लिए एक अनजाने फोन कॉल का फायदा उठाने की कोशिश करते हैं। इस कॉल के बाद की घटनाएं बेहद मजेदार हैं और एक के बाद एक हास्यपूर्ण सीन्स की भरमार है। परेश रावल की कॉमिक टाइमिंग और डायलॉग डिलीवरी इस फिल्म को एक अलग ही ऊंचाई पर ले जाते हैं। 

4. चुपके चुपके (1975)

हृषिकेश मुखर्जी की एक और शानदार कॉमेडी फिल्म "चुपके चुपके" है, जिसमें धर्मेंद्र, शर्मिला टैगोर, अमिताभ बच्चन, और जया भादुरी ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म की कहानी प्रोफेसर परिमल त्रिपाठी (धर्मेंद्र) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी पत्नी की बहन के पति के सामने खुद को ड्राइवर के रूप में पेश करने का नाटक करता है। इस फिल्म में भाषा और उच्चारण पर आधारित मजेदार दृश्य और संवाद हैं, जो आज भी दर्शकों को खूब हंसाते हैं।

5. मुन्ना भाई एमबीबीएस (2003)

राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित "मुन्ना भाई एमबीबीएस" एक अलग तरह की कॉमेडी फिल्म है, जिसमें संजय दत्त ने एक लोकल गुंडे मुन्ना भाई का किरदार निभाया है, जो अपने पिता के सपने को पूरा करने के लिए डॉक्टर बनने का फैसला करता है। उसके साथ उसके सहयोगी सर्किट (अरशद वारसी) भी रहता है, और दोनों मिलकर हास्य और संवेदनशीलता से भरपूर घटनाओं को अंजाम देते हैं। फिल्म का संदेश बहुत ही प्यारा है और इसके हास्य के साथ-साथ इसमें मानवीय मूल्यों को भी उभारा गया है।

6. वेलकम (2007)

अनीस बज्मी द्वारा निर्देशित "वेलकम" एक हंसी-ठिठोली से भरपूर फिल्म है, जिसमें अक्षय कुमार, कटरीना कैफ, नाना पाटेकर, अनिल कपूर, और परेश रावल ने प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। फिल्म की कहानी राजीव (अक्षय कुमार) के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे एक माफिया परिवार में शादी के लिए मजबूर किया जाता है। नाना पाटेकर (उदय शेट्टी) और अनिल कपूर (मजनू भाई) के मजेदार किरदार और उनका कॉमिक टाइमिंग इस फिल्म की जान हैं। 

7. धमाल (2007)

इंद्र कुमार द्वारा निर्देशित "धमाल" भी एक शानदार कॉमेडी फिल्म है, जो चार दोस्तों (रितेश देशमुख, अरशद वारसी, जावेद जाफरी, आशीष चौधरी) की कहानी है, जो एक खजाने की तलाश में निकलते हैं। इसके बाद जो घटनाएँ घटती हैं, वे सभी हास्य से भरपूर हैं। संजय दत्त की पुलिस अधिकारी के रूप में और बाकी कलाकारों की कॉमिक टाइमिंग ने फिल्म को हिट बना दिया।

8. बधाई हो (2018)

"बधाई हो" एक आधुनिक समय की कॉमेडी फिल्म है, जो हमारे समाज की वास्तविकताओं पर हल्के-फुल्के अंदाज में टिप्पणी करती है। अमित शर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म में आयुष्मान खुराना, नीना गुप्ता, गजराज राव, और सान्या मल्होत्रा ने महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। कहानी एक मध्यम वर्गीय परिवार की है, जहां माँ की उम्र में गर्भवती होने की खबर पूरे परिवार और समाज में हलचल मचा देती है। फिल्म का संवाद, पात्रों की केमिस्ट्री और स्थितियों की कॉमेडी इसे यादगार बनाती है।

9. हंगामा (2003)

प्रियदर्शन की "हंगामा" भी एक ऐसी फिल्म है जो आज भी लोगों को हंसाने में सक्षम है। फिल्म की कहानी कई पात्रों के बीच होने वाली गलतफहमियों के इर्द-गिर्द घूमती है। परेश रावल, अक्षय खन्ना, आफताब शिवदासानी, और रिमी सेन जैसे कलाकारों ने अपनी कॉमिक टाइमिंग और अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। फिल्म में हास्य की भरमार है और इसकी कहानी दर्शकों को अंत तक बांधे रखती है।

10. 3 इडियट्स (2009)

राजकुमार हिरानी की "3 इडियट्स" केवल एक कॉमेडी फिल्म ही नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश वाली फिल्म भी है। फिल्म की कहानी तीन दोस्तों- फरहान (आर. माधवन), राजू (शरमन जोशी), और रैंचो (आमिर खान) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपने जीवन में खुशियों की तलाश में हैं। हास्य और संवेदनशीलता के मेल से बनी इस फिल्म ने न केवल भारत में, बल्कि विश्वभर में धूम मचाई। फिल्म के संवाद, जैसे "ऑल इज़ वेल", आज भी लोगों के जुबां पर चढ़े हुए हैं।

निष्कर्ष

ये दस हिंदी कॉमेडी फिल्में न केवल हंसी-ठिठोली और मनोरंजन का अद्भुत स्रोत हैं, बल्कि वे सामाजिक और मानवीय मूल्यों को भी छूती हैं। इन फिल्मों के किरदार, उनके संवाद, और उनकी स्थितियों की कॉमेडी हमेशा दर्शकों के दिलों में बसी रहेंगी। अगर आप अपने मूड को हल्का करना चाहते हैं, तो इन फिल्मों को एक बार जरूर देखें।

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